सफ़ेदपोश

 1212 1112 1212 22/112

सफ़दपोश(राजनेता)


चुनाव आते ही वो जाल डाल देता है
सफ़ेदपोश ये धोखे कमाल देता है


जो आज चूमता है चोखटें गरीबों की
गरीब गुरबों को वो घर से निकाल देता है


फरेब खूब छलकता है उसकी आँखों से
करे यकीन तो मुश्किल मे डाल देता है


फलक से नूर जमीं पे उतार देगा इक
आलू को दूसरा सोने मे ढाल देता है


ठगा गया है हमेशा ही बेचारा मुफलिस 

चुनाव मे वो गजब के ख्याल देता है

 

लगे कि अब के तो पाएंगे पार गर्दिश से

बड़ी बड़ी सी वो “सावन” मिसाल देता है


सावन चौहान कारोली

23-12-2018


https://sawankigazal.blogspot.com/2019/07/blog-post_19.html?m=1

Popular posts from this blog

Old age home

मनीष तिवारी जी की किताब

बस यूं ही